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Sunday, December 25, 2011

भाषा और व्याकरण-त्रिलोक नाथ पाण्डेय

भाषा और व्याकरण-त्रिलोक नाथ पाण्डेय
हिंदी विभागाध्यक्ष 
संत जोसेफ विद्यालय ,मारतम पूर्व सिक्किम 

*** भाषा :--- भावों  एवं विचारों को व्यक्त करने का साधन भाषा |यह उच्चारण अवयवों से निः सृत सार्थक ध्वनि समूह है , जिसके दो रूप होते हैं - मौखिक एवं लिखित | 

  • हिंदी बोलने वालों की संख्या ६० करोंड़ से भी अधिक है|
  • भारत के बहुसंख्यक लोगों की भाषा होने के कारण,हिंदी भारत देश की राष्ट्र -भाषा है|
  • हिंदी भाषा की बीजवपन काल १००० ईसा पूर्व से मन जाता है|
  • हिंदी को भारत के संविधान के भाग -१७,अध्याय -१ की धारा ३४३ (i) के अनुसार भारत संघ की राज भाषा घोषित किया गया है |
  • हिंदी तीसरे स्थान पर -विश्व में सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा है |
  • हिंदी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है | देवनागरी लिपि का विकास ब्राह्मी लिपि की उत्तरी शाखा से हुआ है |
हिंदी की बोलियाँ - हिंदी के अंतर्गत पांच उपभाषाएं एवं अठारह बोलियाँ सम्मलित हैं | 
इनका विवरण निम्नवत है:-

  1. पश्चिमी हिंदी ---- १ . ब्रज भाषा ;२. खड़ी बोली ; ३. कन्नौजी ; ४. बांगरू ; ५. बुन्देली |
  2. पूर्वी हिंदी ---- १. अवधी ; २. बघेली ; ३. छत्तीसगढ़ी |
  3. बिहारी हिंदी ---- १. मैथिलि ; २. मगही ; ३. भोजपुरी | 
  4. राजस्थानी हिंदी ---- १. मेवाती ; २. मालवी ; ३. मारवाड़ी ; ४. जयपुरी |
  5. पहाड़ी हिंदी ---- १. गढवाली ; २. कुमायूँनी ; ३. नेपाली |
हिंदी का क्षेत्र :--
  1. उत्तर प्रदेश 
  2. उत्तरांचल 
  3. हिमाचल प्रदेश
  4. हरियाणा 
  5. दिल्ली 
  6. राजस्थान
  7. बिहार
  8. झारखण्ड
  9. मध्य प्रदेश
  10. छत्तीसगढ़ |
  • हिंदी की देवनागरी वर्णमाला में कुल ५२ वर्ण हैं |
  1. कंठ्य ---- क  , ख , ग ,घ , ङ
  2. तालव्य ---- च , छ , ज , झ  ,ञ
  3. मूर्धन्य ---- ट , ठ , ड , ढ , ण
  4. दन्त्य ---- त , थ , द , ध , न 
  5. ओष्ठ्य ---- प  , फ , ब , भ , म 
  6. अन्तस्थ  ---- य , र , ल , व 
  7. ऊष्म ---- श , ष , स , ह 
  8. संयुक्त व्यंजन ---- क्ष , त्र , ज्ञ , श्र 
  9. द्विगुण व्यंजन ---- ड़ , ढ़
इन व्यंजनों के अतिरिक्त देवनागरी लिपि में निम्न स्वर हैं :---
  • *Hindi Vyanjan 4 - यौतुबे
  • मानक हिंदी का मूल आधार खड़ी बोली है |
  • हिंदी भारत के अतिरिक्त नेपाल, मारीशस ,त्रिनिडाड ,फिजी , लंका , म्यांमार , मलाया , सूरीनाम ,और दक्षिण अफ्रीका में भी बोली जाती है |
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***व्याकरण :----
(अ )   संज्ञा 
  1. संज्ञा की परिभाषा ---- किसी प्राणी , वस्तु , या स्थान के नाम को संज्ञा कहते हैं , जैसे :-- राम ,पुस्तक , आगरा |
  2. संज्ञा के भेद :---- 
  • व्यक्तिवाचक --- राम , पुस्तक , कलम , हिमालय 
  • जातिवाचक --- लड़की , स्त्री , पर्वत , नदी 
  • भाववाचक --- क्रोध , प्रेम , घृणा , ईर्ष्या
  1. लिंग --- लिंग से संज्ञा की जाति का बोध  होता है कि वह पुरूष है या स्त्री | हिंदी में दो लिंग हैं :-- 
  • पुलिंग --- लड़का , सूर्य , पेड़ 
  • स्त्रीलिंग --- लड़की , किरण , गंगा 
  1. वचन --- वचन से संज्ञा कि संख्या का बोध होता है | 
  • एकवचन --- लड़का खेल रहा है |
  • बहुवचन --- लड़कियां खेल रहीं हैं |
  1. कारक --- हिंदी में आठ कारक चिन्ह हैं :----
  • कर्ता : ने 
  • कर्म : को 
  • करण : से , के द्वारा 
  • सम्प्रदान : के लिए 
  • अपादान : से 
  • सम्बन्ध : का , की , के 
  • अधिकरण : में , पर 
  • संबोधन : हे , अरे